तभी रास्तें एक थे इसीलिए साथ चलना सहजता थी
तभी खुशियां एक थी इसीलिए निभाना एक साथ होता था
इसीलिए एक ही रस्ते पर कई अजनबी अपने हो जाते थे

अभी रास्तें कई है इसीलिए अकेला चलना ही काफी है
अभी खुशियां कही है इसीलिए चुनना बोहोत कठिन है
इसीलिए एक ही रस्ते पर खुद बंदा अकेला ही रहेता है

जब चीजें कम होती है तो
गुजरा उसके ही साथ होता है
और खुशिया उसके ही साथ चलती है

जब चीजे ज्यादा हो जाती है तो
समय बीतता है यह सोचने में की
आखीर गुजारा किसके साथ हो
और देखते ही वक्त गुजर जाता है

कमल

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