थर्ड एलिमेंट



में कुछ वक्त से अपने आप के साथ ही एक प्रयोग में व्यस्त हूँ|

मैंने भूतकाल में बोहोत बार ऐसा महसूस किया है की, कोई तो एक थर्ड एलिमेंट है जो हमसे जुड़ा है जो हमारे हर संकल्प को समजता है| कईबार हमारे संकल्प हमारे ही आत्मा और मस्तिष्क से जुड़े होते है जो पुरे भी हो जाते है परन्तु कई बार ऐसा भी होता है आपका संकल्प आपकी प्राथमिक जरूरतों पर भी हो शकता है जो की एक भौतिक अथवा लौकिक समस्या है जो सिर्फ हम ही महसूस कर सकते है|

में कुदरती और कृत्रीम दोनो ही तरह से वस्तु, राशी और पैसो से खाली हो जाने के बाद बड़ा सुयोगिक समय होता है जब मेरा प्रयोग शुरू होता है| और प्रयोग के दौरान मैने महसूस किया है की कोई तो एक थर्ड एलिमेंट है जो मुझे बाह्य और आतंरिक तौर से वाकेफ है और वो कहिं ना कहिं से मेरी जीवनशैली समज भी रहा है और समय होते ही वह मेरे भोजन, वस्तु और राशी का बंदोबस्त कैसे भी करवा देता है!

यह एक इत्तेफाक भी हो शकता है पर जिस तरह से में अपने सयंम के साथै प्रयोग पे आगे बढ़ता हु तो मुझे मालुम होता है है की १० १० दिनों तक मेरे पास कुछ भी न होने के बावजूद, अपने घर से भी दूर होने के बावजूद मेरी हरतरह की प्राथमिक और भौतिक जरूरतों का समाधान अपने आप ही हो जा रहा है |

उस वक्त मुझे वो थर्ड एलिमेंट की अनुभूति का एहसास होता है |

आपका क्या कहना है इस सोच पर ?

कमल


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